गुमशुदा नाबालिक बालिका को उसके परिजनों से मिलाकर दून पुलिस ने लौटाई मायूस चेहरों पर मुस्कान, अपनी बच्ची को तलाश करते हुए उत्तरकाशी से देहरादून पहुँची थी एक महिला
देहरादून
दिनाँक 12 oct 24 को पुलिस कार्यालय पार्किंग के पास एक अधेड़ उम्र की महिला एक छोटी बच्ची के साथ परेशान स्थिति में इधर उधर घूम रही थी, जिससे AHTU प्रभारी तथा मौजूद अन्य पुलिस कर्मियों द्वारा बातचीत कर कारण जानने का प्रयास किया गया तो उक्त महिला द्वारा रोते हुए बताया कि वह उत्तरकाशी जिले की रहने वाली है तथा उनकी नाबालिक पुत्री, उम्र करीब 12-13 साल, पिछले माह की 5 तारीख से घर से बिना बताए कही चली गयी, जिसकी तलाश करते हुए वह यहां तक आ गई, पर अब उसे कुछ समझ नहीं आ रहा कि क्या करना है और अपनी बेटी को कहाँ ढूढना है, वह पहली बार अपने गाँव से कही बाहर आई है।
महिला की स्थिति को देखते हुए पुलिस कर्मियों द्वारा उसे सांत्वना देते हुए उसकी हरसंभव मदद का आश्वासन दिया तथा उनकी पुत्री की फ़ोटो को सोशल मीडिया के माध्यम से प्रचारित- प्रसारित करते हुए उसे ढूढ़ने का प्रयास किया गया, साथ ही बालिका की फोटो को बालिका शिशु सदन में शेयर किया गया तो उनके द्वारा जानकारी दी गयी कि उक्त बच्ची अभी कुछ दिन पहले ही आईएसबीटी क्षेत्र से लावारिस घूमते हुए मिली थी, जिसे रेस्क्यू कर बालिका शिशु निकेतन में दाखिल किया गया है, जिस पर उक्त महिला को AHTU देहरादून में नियुक्त पुलिस कर्मियों के साथ बालिका निकेतन भेजा गया तथा सीडब्ल्यूसी से वार्ता कर उन्हें महिला की मनोदशा से अवगत कराया गया, जिस पर छुट्टी का दिन होते हुए भी सीडब्ल्यूसी के सहयोग से आवश्यक औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत नाबालिक बच्ची को उक्त महिला के सुपुर्द किया गया।
पूरी प्रक्रिया के पूर्ण होते- होते रात्रि का वक्त होने के कारण पुलिस कर्मियों द्वारा समर्पण संस्था से वार्ता कर उक्त महिला व दोनो बच्चो के उनकी संस्था में रुकने की व्यवस्था की गई तथा आज प्रातः उक्त महिला सकुशल उसके बच्चो के साथ घर को रवाना किया। अपनी बच्ची के सकुशल वापस मिलने पर उक्त महिला द्वारा भावुक होकर दून पुलिस द्वारा की गयी त्वरित सहायता पर दिल से आभार व्यक्त किया गया।