155 बार रक्तदान करने तथा कुशल प्रशिक्षण डॉ० अनिल वर्मा “ए०एल०एफ० प्रशंसा-पत्र से सम्मानित, आपदा प्रबंधन में अग्निशमन, सर्च एंड रेस्क्यू तथा फर्स्ट एड का प्रशिक्षण बेहद जरूरी : कुलतेज सिंह

देहरादून
जिला रेडक्रॉस,सोसायटी, देहरादून के प्रबंधन समिति सदस्य व मास्टर ट्रेनर आपदा प्रबंधन डॉ० अनिल वर्मा द्वारा सिडकुल, हरिद्वार स्थित ए०एल०एफ० इंजीनियरिंग कंपनी के इंजीनियरों , प्रशासनिक अधिकारियों तथा कर्मचारियों को दो दिवसीय फायर सेफ्टी,भूकंप,भूस्खलन, बादल फटना , त्वरित बाढ़, भूस्खलन, शत्रु देश से युद्ध के दौरान अग्नि बमों ,अति विस्फोटक बमों, प्राकृतिक अथवा मानवकृत आपदाओं के उचित प्रबंधन का विशेष प्रशिक्षण आयोजित किया गया।
फायर सेफ्टी के तहत आग बुझाने के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणित रासायनिक अग्निशमन यंत्रों के संचालन का कुशल प्रशिक्षण दिया। इमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यू रोप रेस्क्यू ,फर्स्ट एड, सीपीआर एवं आपदा प्रबंधन का दो दिवसीय विशेष प्रशिक्षण दिया गया।
घर अथवा कार्यस्थल पर हार्ट अटैक से ग्रस्त मृतप्राय व्यक्ति को पुनर्जीवित करने की अति महत्वपूर्ण प्रक्रिया सी०पी०आर० (कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन) का विधिवत् प्रशिक्षण दिया।
सर्च एंड रेस्क्यू के तहत् घायलों को ढूंढने तथा दुर्घटना स्थल से सुरक्षित निकालकर उपचार हेतु ले जाने के इमरजेंसी मेथड्स ऑफ रेस्क्यू का व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया।
साथ ही स्वैच्छिक रक्तदान प्रेरणा व्याख्यान के तहत् अब तक 155 बार रक्तदान कर चुके रक्तदाता शिरोमणि डॉ० अनिल वर्मा ने रक्तदान करने की आवश्यकता, प्रक्रिया व रक्तदान करने के लाभ सहित एनीमिया, थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, सिकल सेल, डेंगू कंट्रोल , टी०बी०, स्नेक बाईट, डॉग बाईट तथा नशामुक्ति के प्रति जागरूक किया।
ए०एल०एफ० इंजीनियरिंग कंपनी के प्लांट मैनेजर कुलतेज सिंह ने शिविर समापन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित करते हुए कहा कि आपदाओं को रोका तो नहीं जा सकता परन्तु कुशल प्रबंधन एवं समुचित प्रशिक्षण से जन -धन की हानि को कम किया जा सकता है।आपदा के दौरान हम कार्यस्थल में हों, घर पर अथवा बाहर कहीं भी ,यदि हमने आपदा प्रबंधन का समुचित प्रशिक्षण प्राप्त किया हुआ है तो हम स्वयं बचने के साथ ही घायलों को सुरक्षित निकाल कर उपचार हेतु ले जाने में सक्षम साबित हो सकते हैं।
इस अवसर पर प्लांट मैनेजर कुलतेज सिंह , सीनियर मैनेजर सितांशु जोशी,डिप्टी मैनेजर एस बी मिश्रा तथा डिप्टी मैनेजर मयंक दीक्षित ने शिविर को सफल एवं उपयोगी बताया। उन्होंने रेडक्रास के डॉ० अनिल वर्मा द्वारा 155 बार रक्तदान करने की सराहना करते हुए उन्हें कुशलतापूर्वक प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु *” ए०एल०एफ० प्रशंसा पत्र “* प्रदान करके सम्मानित किया।
शिविर का समापन कर्मचारियों की विभिन्न टीमों द्वारा रेस्क्यू मेथड्स तथा सीपीआर के कुशल प्रदर्शन से हुआ।