वार्ड 34 गोविंदगढ़ में त्रिकोणीय हुआ मुकाबला, निर्दलीय प्रत्याशी की बढ़ती लोकप्रियता से बौखलाए अन्य उम्मीदवार, वार्ड की जनता को झांसा नही विकास देंगे–सुमन मित्तल
देहरादून
निकाय चुनावी की तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रही है वैसे वैसे प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत चुनाव में झोंक दी है हर कोई वोटरों को लुभाने में लगा है हर तरह के वायदें वोटरों से किये जा रहे है है। वार्ड 34 गोविंदगढ़ में निर्दलीय प्रत्याशी सुमन मित्तल की बढ़ती लोकप्रियता को देख अन्य उम्मीदवारों की बौखलाट बढ़ गयी है। वार्ड 34 गोविंदगढ़ में मुकाबला कांटे का है और इसी के चलते निवर्तमान पार्षद और उनके समर्थकों की नींद उड़ी हुई है क्योंकि पिछले पांच सालों में निवर्तमान पार्षद ने वार्ड के लिए क्या किया इसका जवाब जनता उनसे मांगेगी। वार्ड 34 गोविंदगढ़ की जनता का साफ कहना है कि पूर्व पार्षद ने उनसे जो वायदें किये थे वो पूरा नही कर पायी आज भी वार्ड की समस्यांए जस की तस बनी हुई है। लोगों का यहां तक कहना है कि पूर्व पार्षद के पति और बेटा केवल ठेकेदारी में मस्त रहे वार्ड का कोई विकास नही हुआ।
जनता सब समझती है और जानती भी है। अब आगे क्या कुछ होगा ये दिलचस्प होगा। इंतजार है चुनाव के नतीजों का कि जनता कैसा प्रत्याशी इस वार्ड के लिए चुनती है।
वार्ड 34 गोविंदगढ़ से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रही सुमन मित्तल लगातार जनता के बीच जा रही है और अपना विजन बता भी रही है कि यदि जनता उन्हें अपना आशीर्वाद देकर निगम भेजती है तो वे किस तरह से वार्ड के विकास के लिए कार्य करेंगी।
बता दे कि वार्ड 34 गोविंदगढ़ में तीन ही उम्मीदवार है बीजेपी,कांग्रेस और निर्दलीय। मुकाबला कांटे का है और त्रिकोणीय भी होता जा रहा है।